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आरोग्य सेतु एप का इस्तेमाल ई-पास के रूप में भी


देश में लगातार बढ़ रहे कोरोना मामलों के बीच शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की। इस दौरान उन्होंने सभी मुख्यमंत्रियों से लॉकडाउन को बढ़ाने समेत इस महामारी से लड़ने और आवश्यक कदमों पर सुझाव भी मांगा है । इस दौरान सभी राज्यों ने लॉकडाउन दो हफ्ते बढ़ाने की मांग की। इस दौरान पीएम ने महत्वपूर्ण बात कही कि संभावना है एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए आरोग्य सेतु एप ई-पास की तरह काम कर सकता है। 



कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए केंद्र सरकार द्वारा लॉन्च किए गए आरोग्य सेतु ऐप को दिल्ली में प्रवेश के लिए अनिवार्य किया है। शुक्रवार को कोरोना महामारी पर उपराज्यपाल अनिल बैजल की समीक्षा बैठक में इसपर चर्चा हुई। 

बैठक में नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल के डायरेक्टर डॉ. सुरजीत कुमार सिंह ने कहा कि दिल्ली सरकार को लोगों को राजधानी में प्रवेश करने की अनुमति तभी देनी चाहिए, जब उन्होंने अपने मोबाइल में आरोग्य सेतु ऐप इंस्टॉल किया हो।


उन्होंने दिल्ली में अधिक से अधिक लोगों की जांच कराने पर भी जोर दिया। इसके साथ ही डॉ. सुरजीत ने हर तीसरे, पांचवें और 14वें दिन रैपिड टेस्टिंग भी कराने के सुझाव दिए। 


इस दौरान उपराज्यपाल अनिल बैजल ने बड़े कंटेनमेंट जोन के अंदर आने वाले सेफ जोन को चिन्हित करने का निर्णय लिया, ताकि इन इलाकों में कोरोना संक्रमण को अंदर ही अंदर फैलने से रोका जा सके।


हालांकि दिल्ली सरकार ने आरोग्य सेतु ऐप से संबंधित सुझाव पर अब तक कोई फैसला नहीं लिया है। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण यह है कि लाखों लोग ऐसे हो सकते हैं जो स्मार्टफोन का प्रयोग न करते हों। ऐसे में दिल्ली की सीमा में उनके प्रवेश के लिए क्या प्रावधान होंगे।


शुक्रवार शाम तक केवल 7.5 करोड़ लोगों ने इस ऐप को डाउनलोड किया था। अब दिल्ली सरकार इसके सभी पहलुओं पर विचार करने के बाद ही किसी निर्णय पर आएगी। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कई बार लोगों से आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करने का आग्रह करते नजर आए हैं। शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए ग्राम प्रधानों से बातचीत के दौरान भी पीएम मोदी ने इसपर जोर दिया था।



पीएम द्वारा कहा गया
इस बैठक में पीएम मोदी ने कहा- लॉकडाउन की बात करते हुए मैंने कहा था कि जान है तो जहान है। जब मैंने राष्ट्र के नाम संदेश दिया था तो शुरू में इस बात पर जोर दिया था कि हर नागरिक की जान बचाने के लिए लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन बहुत आवश्यक है। देश के अधिकतर लोगों ने इस बात को समझा और घरों में रहकर अपना दायित्व भी निभाया। हम सभी ने भी इसी मंत्र पर चलते हुए देशवासियों की जिंदगी बचाने का प्रयास किया।
भारत के उज्जवल भविष्य के लिए, समृद्ध और स्वस्थ भारत के लिए, जान भी जहान भी, दोनों पहलुओं पर ध्यान आवश्यक है। जब देश का प्रत्येक व्यक्ति जान भी और जहान भी, दोनों की चिंता करते हुए अपने दायित्व को निभाएगा, सरकार और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करेगा, तो कोरोना के खिलाफ हमारी लड़ाई और मजबूत होगी।

क्या आरोग्य सेतु एप का इस्तेमाल Delhi ई-पास के रूप में होगा? - Blogarth